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• Wed, 24 Apr 2024 4:06 pm IST


केदारनाथ यात्रा मार्ग पर रात को घोड़ा-खच्चरों का नहीं होगा रात्रि प्रवास


रुद्रप्रयाग। जिला प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा में गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चरों के रात्रि प्रवास पर प्रतिबंध लगा दिया है। यात्राकाल में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक घोड़ा-खच्चरों की लीद व मूत्र से स्थानीय पर्यावरण के साथ ही वन संपदा को प्रतिवर्ष व्यापक नुकसान पहुंच रहा है। ऐसे में इस बार यात्रा में पशु संचालक अपने जानवरों को सोनप्रयाग, गौरीकुंड व केदारनाथ स्थित घोड़ा पड़ाव में ही रात्रि विश्राम कराएंगे।
डीएम ने सौरभ गहरवार ने केदारनाथ से गौरीकुंड तक पैदल मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने हिमखंड जोन के साथ ही भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र और गहरी खाई वाले स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के निर्देश दिए। उन्होंने यात्राकाल में पैदल मार्ग पर सेंचुरी एरिया और वन क्षेत्र में घोड़े-खच्चरों की लीद व मूत्र से बुग्याली क्षेत्र और वन संपदा को हो रहे नुकसान पर चिंता जताते हुए कहा कि आगामी यात्रा में पूरे यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों को रात्रि विश्राम नहीं कराया जाएगा।

पशुपालन विभाग और जिला पंचायत को मॉनीटरिंग करने को कहा। नियम का उल्लंघन करने वाले घोड़े- खच्चर मालिक व संचालक का लाइसेंस रद्द कर अर्थदंड भी लगाया जाएगा। घोड़ा-खच्चर एवं उनके मालिकों की सुविधा के लिए छोटी लिंचोली के समीप घोड़ा पड़ाव बनाने का प्रस्ताव तैयार करने के लिए लोनिवि केा निर्देश दिए गए हैं।