गढ़वाल विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर में होने वाले छात्रसंघ चुनाव में पहली बार डिजिटल आई कार्ड से मतदान किया जाएगा। विवि के अधिकारियों का मानना है कि इससे छात्रसंघ चुनाव में धांधली की आशंका शून्य रहेगी। इसके साथ ही कोई भी बाहरी छात्र परिसर में प्रवेश नहीं पा सकेगा। गढ़वाल विवि छात्रसंघ चुनाव में पहली बार (आरएफआईडी) रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफ़िकेशन कार्ड का प्रयोग किया जा रहा है। इससे पूर्व कई बार फर्जी आई कार्ड बनाकर छात्र छात्रसंघ चुनाव में मतदान की शिकायत छात्रों द्वारा चुनाव समिति से की जा चुकी है। छात्रसंघ चुनाव 2019 में फर्जी वोटों का मामला सामने आया था यह मामला हाईकोर्ट भी पहुंचा था। इसके अलावा बीते साल भी फर्जी आईकार्ड से मतदान करने की बात सामने आई थी। ऐसे में विवि चुनाव में धांधली की आशंका को शून्य करने के लिए डिजिटल आई कार्ड का सहारा ले रहा है। इस आई कार्ड में क्यूआर कोड, बारकोड व चिप लगी हुई है। छात्रसंघ चुनाव के दौरान प्रवेश द्वार पर स्कैनर लगाया जाएगा, यहां पर मतदान करने वाले छात्र को अपना आई कार्ड स्कैन करना पड़ेगा। एक बार स्कैन होने के बाद कार्ड 24 घंटे के लिए ब्लॉक हो जाएगा, जिससे छात्र दोबारा परिसर के अंदर प्रवेश न कर सके। गढ़वाल विवि के मुख्य नियंता प्रो़ बीपी नैथानी ने बताया कि मतदान करने के लिए आने वाले छात्रों को प्रवेश गेट पर अपना आईकार्ड स्कैन कराना होगा इसके बाद प्रवेश दिया जाएगा।