उत्तराखंड के हल्द्वानी में पिछले 138 सालों से दिन के समय में रामलीला होती आ रही है. इस रामलीला की खास बात यह है कि रामलीला खुले मैदान में होती है और व्यासपीठ पर आधारित होती है. मंच पर बैठे व्यास भगवान श्री राम के जीवन की लीला का वर्णन करते हैं, जबकि कलाकार खुले मंच में केवल अभिनय करते हैं. इस रामलीला की खास बात यह है कि पितृपक्ष में शुरुआत होती है और नवरात्रि में समापन होता है.