शंघाई सहयोग संगठन यानि एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए गोवा पहुंचे पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी और चीनी विदेश मंत्री किन गैंग काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।
वहीं विदेश मंत्रालय के सचिव ईआर दम्मू रवि ने कहा कि, विदेश मंत्रियों के मुख्य फोकस में उस निर्णय की स्थिति शामिल है जिसे जुलाई में शिखर सम्मेलन में अनुमोदित किया जाएगा। साथ ही ईरान और बेलारूस को समूह के पूर्ण सदस्य के रूप में स्वीकार करने की प्रगति शामिल है।
एससीओ बैठक के दौरान भाषा को लेकर भी चर्चा हुई। कुछ सदस्यों ने रूसी और चीनी के अलावा अंग्रेजी भाषा में बैठक करने पर जोर दिया। बता दें कि, भारत 2 कार्य समूहों का नवोन्मेष और स्टार्टअप और पारंपरिक चिकित्सा का नेतृत्व करेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एससीओ महासचिव झांग मिंग विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ बैठक करने के दौरान एससीओ को मजबूत करने में भारत की भूमिका के बारे में बहुत सकारात्मक थे।
वहीं बैठक में शिरकत करने आए पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि, भारत में एससीओ परिषद की बैठक चल रही है। इसमें पाकिस्तान के शामिल होने का निर्णय एससीओ चार्टर और बहुपक्षवाद के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि, हम क्षेत्र में शांति और स्थिरता के अपने साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने के लिए अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।