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DevBhoomi Insider Desk
• Mon, 20 Sep 2021 8:25 am IST

अपराध

रैकी के बाद गोली मारकर की गई थी फाइनेंस कंपनी संचालक से लूट एसएसपी ने किया घटना का खुलासा


हरिद्वार। सिडकुल थाना क्षेत्र में चार दिन पूर्व हुई लूट के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस और एसओजी की टीम ने मामले बिजनौर और मुजफ्फरनगर के चार बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की माने तो लूट का मास्टरमाइंड एक मनी ट्रांसफर सेंटर का संचालक ही निकला है। पुलिस ने गिरफ्रतार बदमाशों से 22 हजार रुपये, एक देशी तमंचा, कारतूस, वारदात में इस्तेमाल बाइक भी बरामद कर ली गई है।  इस सम्बन्ध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने रविवार को सिडकुल थाना परिसर में पत्रकारो से वार्ता करते हुए लूट के मामले का पर्दाफाश करते हुए बताया कि 15 सितंबर की रात रावली महदूद से अपना मनी ट्रांसफर का सेंटर बंद कर इंद्रलोक कालोनी स्थित अपने घर लौट रहे सवज पाल को गोली मारकर बदमाशों ने नकदी लूट ली थी। दाहिनी आंख के पास गोली लगने से सवज पाल की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए एसएसपी ने एसओ सिडकुल लखपत बुटोला, रानीपुर कोतवाल कुंदन सिंह राणा, एसओ बहादराबाद संजीव थपलियाल और एसओजी प्रभारी रणजीत तोमर के नेतृत्व में अलग-अलग पुलिस टीम का गठन किया। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और मुखबिर की मदद से एक पुलिस टीम ने रविवार को श्यामपुर क्षेत्र से बाइक सवार दीपेश कुमार निवासी इनामपुरा मंडावर बिजनौर व कामेंद्र निवासी लालपुर सोजीमल नागलसोती बिजनौर को पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि सवज पाल के नजदीक ही मनी ट्रांसफर सेंटर चलाने वाले सोनित ने पूरी घटना की प्लानिग की थी। सोनित ने अपने रिश्तेदार अंकित निवासी बहादरपुर रामराज मुजफ्फरनगर को बताया था कि सवज पाल रोजाना छह से सात लाख लेकर घर लौटता है और आसानी से लूट को अंजाम दिया जा सकता है। अंकित ने कामेंद्र, दीपेश आदि के साथ मिलकर 12 सितंबर को रैकी की और 15 सितंबर को सचिन निवासी गांव तिसोतरा नागल सोती बिजनौर हाल निवासी रावली महदूद सिडकुल, सन्नी, मिलन निवासी गांव कांजीवाला बिजनौर और विशाल निवासी लेकपुरी मंडावर बिजनौर के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि सोनित, अंकित, दीपेश व कामेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार सचिन, सन्नी, मिलन और विशाल की गिरफ्तारी को पुलिस टीम संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं। इस दौरान एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एएसपी सदर डा. विशाखा अशोक मौजूद रहीं। हिस्से में आए थे 23-23 हजार रुपये वारदात के बाद रकम को छह हिस्सों में बांटा गया। हर पार्टनर के हिस्से में 23-23 हजार रुपये आए। एसओ सिडकुल लखपत बुटोला ने बताया कि चैहान मार्केट में मनी ट्रांसफर के कई सेंटर खुले हुए हैं। घटना के मास्टर माइंड सोनित का बड़ा भाई कुछ दिन पहले तक सवज पाल की दुकान में काम करता था। इसलिए उसे मालूम था कि सवज पाल का काम सबसे बढिया चलता है। बड़े भाई की सलाह पर ही सोनित ने मनी ट्रांसफर का काम शुरू किया था। बताया कि सोनित और सवज पाल के मूल गांव में मुजफ्फरनगर में आस पास हैं और वह दूर के रिश्तेदार भी लगते हैं। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि दो अलग-अलग बाइक पर छह बदमाश केवल लूट के इरादे से आए थे। उन्होंने बैग झपटने का प्रयास किया, लेकिन सवज पाल ने बैग को मजबूती से पकड़ लिया। तब उन्होंने गोली मारी और बैग लेकर फरार हो गए। आरोपित सचिन पहले भी जेल जा चुका है। उसका आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। इस दौरान कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।