उत्तराखंड लोकसभा चुनाव प्रचार अब अंतिम चरण में है। प्रत्याशी जनता को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए तमाम हथकंडों का सहारा ले चुके हैं वहीं अब मतदान के बाद मतगणना ही बताएगा की जनता किसके सिर पर ताज रखती है जब बात आती है जनता को लुभाने की तो तमाम राजनीतिक दल जातिगत समीकरण को सबसे पहले भुनाने का प्रयास करती है