गैंडीखाता ग्राम पंचायत के नौरंगाबाद गांव में हाल में बनी सड़क ओवरलोड खनन वाहनों के चलते गड्ढों में तब्दील हो गई है। यहां की दो हजार की आबादी के वर्षों के संघर्ष के बाद लगभग 2 किलोमीटर यह मार्ग पक्का हुआ था। लेकिन वन विकास निगम के रवासन नदी खनन के चलते रोजाना सैकड़ों की संख्या में रेत-बजरी से भरे वाहनों ने इस सड़क को गड्ढों में तब्दील कर दिया है। ग्रामीण मेघराज, रामकुमार, बुद्ध सिंह, घसीटा सिंह, शकुंतला देवी, ऋषिपाल, अकरम फारूकी, विजय सिंह का आरोप है कि बीते 70 सालों में कड़ी मशक्कत के बाद नौरंगाबाद गांव के ग्रामीणों को पक्की सड़क नसीब हुई थी। जो तीन माह में ओवरलोड खनन वाहनों की भेंट चढ़ गई। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के जेई अमित कुमार का कहना है कि नौरंगाबाद में 1800 मीटर सड़क का पक्का निर्माण किया गया था। खनन वाहनों के चलते 200 मीटर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। ग्रामीण सड़क भारी वाहनों के लिए नहीं होती। खनन वाहनों को रोकना विभाग का कार्य नहीं है। सड़क क्षतिग्रस्त हिस्से की जल्द मरम्मत कराई जाएगी।