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• Wed, 6 Mar 2024 4:12 pm IST


बीजेपी उम्मीदवारों के एलान के बाद अब कांग्रेस ने नए सिरे से शुरू किया आकलन


वतदिल्ली की सात में से पांच सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों के ऐलान के बाद अब कांग्रेस ने अपने संभावित उम्मीदवारों को लेकर फिर से आकलन करना शुरू कर दिया है। दिल्ली में कांग्रेस ने जिन तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने हैं, उनमें से दो पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। ऐसे में पार्टी अब इन दो सीटों पर विचार कर रही है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के हिस्से में आयी तीन में से उत्तर पश्चिम सीट पर अभी बीजेपी ने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया लेकिन चांदनी चौक से प्रवीण खंडेलवाल और नार्थ ईस्ट से मनोज तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी को लग रहा है कि अगर बीजेपी के उम्मीदवारों की तुलना करते हुए कांग्रेस को अपने उम्मीदवारों के चयन में आसानी होगी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि नार्थ ईस्ट दिल्ली से मनोज तिवारी की काट में ऐसे नेता को मैदान में उतारने की जरुरत है, जिसका कई जातियों में पकड़ हो। हालांकि पार्टी को लग रहा है कि इस क्षेत्र की मुस्लिम बहुल सीटों पर कांग्रेस को एकमुश्त वोट मिल सकता है लेकिन इससे ही बीजेपी को नहीं हराया जा सकता। इसके लिए पार्टी को ऐसे उम्मीदवार की जरुरत है, जिसका सभी वर्गों में असर हो। इससे पार्टी का उम्मीदवार, बीजेपी को जोरदार टक्कर दे सकता है। पार्टी यहां से प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली, संदीप दीक्षित, मतीन अहमद के नाम पर विचार कर रही है। पार्टी के कुछ नेताओं ने गूजर समाज के भी कुछ नेताओं का नाम आगे बढ़ाया है।
पार्टी के नेताओं का कहना है कि इसी तरह से चांदनी चौक में प्रवीण खंडेलवाल का नाम आने के बाद अब पार्टी ऐसे नेता को मैदान में उतारना चाहती हो, जो प्रवीण खंडेलवाल के मुकाबले हैवीवेट हो। यहां पहले से ही वैश्य समुदाय के जयप्रकाश अग्रवाल, हरिशंकर गुप्ता और अलका लांबा के नामों पर विचार कर रही है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि बीजेपी की लिस्ट आने के बाद अब पार्टी पर भी दबाव बढ़ने लगा है कि वह उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करे ताकि उम्मीदवार प्रचार करने के मामले में बीजेपी से पिछड़ें नहीं और अपनी रणनीति तैयार कर सकें। पार्टी नेताओं का भी मानना है कि चूंकि दिल्ली में आप और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में आप और बीजेपी के अधिकांश उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। अब कांग्रेस को आप के साथ मिलकर चुनाव प्रचार की रणनीति पर भी काम करना होगा।

सौजन्य से : नवभारत टाइम्स